नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। देश के सबसे बड़े बैंक SBI ने सभी अवधि के MCLR में 0.35 फीसद की भारी कटौती का मंगलवार को ऐलान किया। इसके साथ ही बैंक का एक साल का एमसीएलआर 7.75 फीसद से घटकर 7.40 फीसद पर आ गया है। बैंक की ओर से की गई यह कटौती 10 अप्रैल, 2020 से प्रभावी होगी। बैंक की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई है। बैंक की ओर से Marginal Cost of Funds based Lending Rate (MCLR) में की गई कटौती काफी अहम है क्योंकि इससे बैंक से उल्लेखनीय कमी आएगी।
जैसे लोन लेने वाले ग्राहकों की EMI में
SBI की ओर से जारी बयान में कहा गया है, ''इस कटौती के साथ एमसीएलआर से लिंक्ड 30 साल की अवधि के Home Loan की EMI प्रति लाख के हिसाब से 24 रुपये कम हो जाएगी।'' पिछले महीने SBI ने रेपो रेट से जुड़े लोन प्रोडक्ट की ब्याज दर में 0.75 फीसद की कटौती की थी। इस तरह बैंक ने आरबीआइ की ओर से की गई कटौती का पूरा लाभ अपने ग्राहकों को दे दिया था।
एसबीआइ ने सेविंग बैंक डिपोजिट पर भी ब्याज दरों में परिवर्तन किया है, जो 15 अप्रैल, 2020 से प्रभावी होगा। अब बैंक के सेविंग अकाउंटहोल्डर को 2.75 फीसद की दर से ब्याज मिलेगा। इससे पहले यह दर तीन फीसद पर थी। इस तरह देखा जाए तो सेविंग अकाउंट में जमा राशि पर बैंक ने ब्याज दर में 0.25 फीसद की कमी की है। उल्लेखनीय है कि हाल में भारतीय स्टेट बैंक ने सेविंग अकाउंट के लिए मिनिमम बैलेंस मेंटेन करने की अनिवार्यता को समाप्त कर दिया था।